Shikha Arora

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लेखनी कहानी -08-Jun-2022 - नान स्टाप 2022- पिशाचिनी प्रेम

एक पिशाचिनी को हुआ प्रेम,
चाहिए था उसको बस फेम।
कवियों की दुनिया में जानी जाती,
महान कवियत्री वो थी कहलाती।
शब्द चुराना था काम उसका,
मिलता था उसको दाम उसका।
सोंदर्य की वो धनी बहुत थी,
उसके पास तो मनी बहुत थी।
अंगुलियों पर सबको नचाती थी,
तारीफ उसको बहुत भाती थी।
एक दिन उसको सच्चा प्रेम हुआ,
प्रेम की दुनिया में उसका नेम हुआ।
इंसान का रूप उसने अपना बनाया,
प्रीतम को फिर उसने अपने फंसाया।
रिती रिवाज से उसका विवाह हुआ,
पर उसका वहां पर न निर्वाह हुआ।
आदत खून पीने की पिशाचिनी को,
बुरी थी एक लत ये तो दुर्वासिनी को।
खून पीने की उसको तलब सताती,
पिया को अपने नहीं थी वो बताती।
हालत तो अब उसकी बुरी होने लगी, 
प्यार की खुमारी भी थी उतरने लगी।
पी गई अपने प्रीतम का एक दिन खून,
खा गई थी वो उसको यहां पर भून।
पिशाचिनी के प्रेम पर करो नहीं भरोसा,
बन न जाओ कहीं उसका तुम भी गोसा।।

#नॉन स्टॉप प्रतियोगिता २०२२
शिखा अरोरा (दिल्ली)

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5 Comments

बहुत ही उम्दा सृजन

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बहुत खूब

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Reyaan

09-Jun-2022 06:42 PM

शानदार प्रदर्शन

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